ए जिन्दगी, चल कहीं चलते हैं

ए जिन्दगी, चल कहीं चलते हैं,
किसी ऐसे रस्ते पर जहाँ बस हम चलते जाए,
न हमें किसी की फिक्र सताए,
न हमारी कोई फिक्र कर पाए,
न हमें कोई रुला पाए,
न हमें कोई हँसा पाए,
बस हम दोनों यूँ ही चलते जाए।

ए जिन्दगी, चल कहीं चलते हैं,
जहाँ न कोई रूकावट हो,
न किसी की हमें बुलाहट हो,
न किसी के आने की आहट हो,
न किसी बात की हमें घबराहट हो,
न तेरे-मेरे बीच कोई कड़वाहट हो,
ए जिन्दगी, चल कहीं चलते हैं।

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