पॉल्यूशन
नहीं मिल रहा है कोई
सॉल्यूशन,
बढ़ता जा रहा है
पॉल्यूशन,
हर व्यक्ति का है
इससे कनेक्शन,
आखिर सरकार ही क्यों
ले इसकी टेंशन।
इसको बढ़ाने में है
सबकी भागीदारी,
इसको
कम करने की चल रही है तैयारी,
सरकार
को दे दी गई है इसकी ठेकेदारी,
क्योंकि
सबको है अपनी जान प्यारी ।
हर कोई
कर रहा है यहीं बात,
पॉल्यूशन को कम करने
में हम देगें साथ,
क्योंकि सांस लेना
हो गया है दूभर, चाहे दिन हो या रात,
स्वस्थ जीवन जीने का
रह गया है सिर्फ यहीं एक पाथ ।
सिर्फ बात करने से
नहीं चलेगा काम,
बात करते-करते हो
जाएगी सुबह से शाम,
पॉल्यूशन फैलाने
वाले वस्तुओं पर अब लगा दो तुम विराम,
करनी होगी थोड़ी
मेहनत और करना होगा थोड़ा काम-धाम ।
करनी होगी खुद पर
मेहनत, करना होगा खुद पर कंट्रोल,
सभी को निभाना होगा
थोड़ा-थोड़ा सा अपना रोल,
नहीं होगी कोई मुश्किल,
न जिन्दगी में आएगा कोई झोल,
कर लो सभी थोड़ी-सी
मेहनत, क्योंकि ये जिन्दगी है बहुत अनमोल।
Pollution ke liye hum sab jimmedar hai, phir isme sarkar ka kya dosh aakhir hume hi koi bada kadam uthana hoga, kaise India ko hum 60% pollution mukt kar sakte hai mai ise par device bana rha hu, isse pollution abhi ki upecha 90% km ho jyega
ReplyDeleteGood
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